परीक्षा दौरान सही भोजन

परीक्षा की भाग-दौड़ में स्वस्थ आहार के साथ नियमित रूप से व्यायाम मस्तिष्क की थकी हुई कोशिकाओं को फिर से जीवित कर सकते हैं. व्हाइट स्वॉन फाउंडेशन के अलगम्माइ मेय्यपन ने दिल्ली की कविता देवगन से बात की जो पोषण व स्वास्थ्य लेखिका हैं और जिन्हें अभिभावकों और छात्रों से परीक्षा के दौरान कुछ ऐसे सवालों का सामना करना पड़ता है:

मैं कुछ गिनी-चुनी चीज़ें खानेवाला छात्र हूँ. विटामिन की खुराक क्या मेरे पोषण जरूरतों को पूरा करने में मदद करेंगे?

प्राकृतिक खाद्य पदार्थ लेना सबसे अच्छा है. परिशिष्ट पूरक की ज़रूरत तभी होती है जब गंभीर कमी हो.

कोई भी खाद्य पदार्थ है जो विशेष रूप से मस्तिष्क या स्मृति की कार्य-क्षमता में सुधार कर सकते हैं?

हाँ, कई स्वस्थ आहार है जो आप अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं. बादाम में काफ़ी मात्रा में ज़िंक मौज़ूद है जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य में बड़ी भूमिका निभाता है. मूंगफली, काजू, सूरजमुखी के बीज, और कद्दू के बीज अन्य अच्छे विकल्प हैं. हर रोज एक गिलास दूध और घी की सही मात्रा भी सेहत के लिए लाभदायक है. अन्य सुपर खाद्य पदार्थ हैं- जामुन जो एंटीऑक्सीडेंट है और अनार जिसमें विटामिन ‘सी’ है जो प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है. हल्दी और दालचीनी भोजन में शामिल करने से मस्तिष्क की कार्य-क्षमता बढ़ती है. यदि आप माँसाहारी हैं, तो सप्ताह में दो दिन मछली ज़रूर खाएँ. मछली में कोलीन होता है, जिसका मस्तिष्क एसिटाइल कोलीन बनाने के लिए उपयोग करता है. एसिटाइल कोलीन न्यूरोट्रान्समीटर है जो स्मृति एवं संज्ञानात्मक तर्क में सुधार लाता है.

कौन से ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनका सेवन मैं परीक्षा के दौरान न करूँ तो अच्छा है?

कैफ़ीन (चाय, कॉफी, ऊर्जा पेय आदि) की बहुत ज्यादा खपत चिंता, घबराहट, पेट की ख़राबी, सिर में दर्द और अनिद्रा को जन्म दे सकती है इसलिए इन चीज़ों से दूर रहें. तला हुआ भोजन और जंक जिसमें सिर्फ खाली कैलोरी हो और पोषक तत्व बिल्कुल न हो, इनसे बचें. आप हल्का और स्वस्थ भोजन खाएँ जो पचाने में आसान हो, पाचन तंत्र पर बोझ न बनें और अध्ययन में अधिक ऊर्जा लगाया जा सके. बहुत चीनी या मीठा खाना भी सेहत के लिए अच्छा नहीं है क्योंकि इससे इंसुलिन बढ़ जाता है - शारीरिक थकान और उदासीनता बढ़ती है. शुगर से शरीर में अमलीयता बढ़ती है जिससे निर्णय लेने की क्षमता, एकाग्रता, प्रतिक्रिया समय और प्रतिरक्षा क्षमता पर असर पड़ता है.

उच्च वसा, अधिक भोजन से दूर रहें. इससे रक्त संचार मस्तिष्क से दूर पाचन तंत्र पर ध्यान केंद्रित करता है जिससे बहुत थकान व आलसपन महसूस होता है. इसलिए दिन में 4-6 मिनी भोजन और बीच में हल्का नाश्ता खा लेना अपने आपको स्वस्थ रखने का बेहतर तरीका है.

परीक्षा के लिए पुनरावर्तन करते समय मैं अक्सर प्रसंस्कृत खाद्य का सेवन कर लेता हूँ. क्या आप हमें कुछ स्वस्थ व पौष्टिक नाश्ते का सुझाव देंगी?

मेवा, फल, अंकुर, उबला हुआ मकई आदि बहुत पौष्टिक हैं. आप नारियल पानी और काला चना सूप भी पी सकते हैं. (उबाले हुए काले चने के पानी में थोड़ा काला नमक और नींबू का रस ड़ालें और पी लें)

परीक्षा के दौरान सही खाने के लिए कुछ अन्य महत्वपूर्ण सुझाव क्या हैं?

हाइड्रेट: पर्याप्त पानी का सेवन सुनिश्चित करें, भले ही आपको प्यास न लगी हो या पढ़ाई के दौरान पानी पीना भूल गए हों. जहाँ आप अध्ययन कर रहे हैं वहाँ एक लीटर पानी की बोतल रख लें और दिन में कम से कम पानी की दो बोतलें खत्म करें. ये समझ लें कि हमारा मस्तिष्क लगभग 90 प्रतिशत पानी है.

डाएट न करें; सुबह का नाश्ता न छोड़ें: बच्चों एवं वयस्कों के लिए कम कैलोरी वाले आहार देना उचित नहीं है. कम कैलोरी वाले आहार लेने से कोई भी जानकारी धीरे- धीरे समझ में आती है, प्रक्रिया में समय अधिक लगता है और याददाश्त पर भी असर पड़ता है. इसके अलावा जब हम सोए रहते हैं तब भी हमारा मस्तिष्क काम करता रहता है, इसलिए ईंधन के भंडार को फिर से इकट्ठा करने का सबसे अच्छा तरीका है पेट भर नाश्ता खाना ताकि दिन भर काम करने में रुकावट न आए.

सुनिश्चित करें कि आप हमेशा पर्याप्त नाश्ते के साथ दिन की शुरुआत करें.

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