क्या थेरपी करने से मेरे परिवार के विवाद संबंधी समाधान खोजने में मदद मिल सकती है?

जब आपके परिवार में कोई विवाद होता है, तब आप क्या करते हैं?

हममें से अधिकांश एक दूसरे से बात कर उसका समाधान खोजने का प्रयत्न करते हैं और एक दूसरे के विचारों को मुद्दे के अनुसार समझने का प्रयास करते हैं। जब मुद्दा सुलझता नही दिखाई देता, तब हम हमारे करीबी मित्रों से इस बारे में बात करते हैं या परिवार के अन्य सदस्यों से इस संबंध में संभावित समाधान को लेकर पूछते हैं। लेकिन इसके बाद भी समस्या वैसी ही रहती हो, तब?

इस स्थिती में पारिवारिक थेरपी किया जाता है। पारिवारिक थेरपी एक प्रकार का विशेष उपचार है जिसमें संबंधों के बीच संवाद की स्थिति को लेकर काम किया जाता है। एक पारिवारिक उपचारकर्ता परिवार के विवाद को सुलझाने में मदद करता है और इसके लिये वह विविध कारणों की समीक्षा करते हुए उन मुद्दों के समाधान बताता है। यह उपचार परिवार के सदस्यों के बीच संवाद बढ़ाने के उद्देश से किया जाता है – जैसे पति और पत्नी, माता पिता और उनके बच्चे, अथवा विविध पारिवारिक इकाईयों के मध्य आने वाले मुद्दे (संयुक्त परिवार के सदस्यों की स्थिति में)।

पारिवारिक उपचार कौन करवा सकता है?

पारिवारिक उपचार में परिवार में होने वाले विवादों के मुद्दे शामिल हो सकते हैं, इनमें शामिल है:

·         माता पिता संबंधी मुद्दे

·         व्यवहारगत समस्याएं जो बच्चों और किशोरों में हो सकती हैं

·         परिवार में मानसिक बीमारी की समस्या: अपने प्रियजन की बीमारी को समझना और उनसे संवाद करने का तरीका * 

·         परिवार के सदस्यों की यौन अनुकूला को समझन और समान लिंग के यौन संबंध के विषय में जानना

·         दंपत्तियों के मध्य विवाह के बाद के मुद्दे: भूमिका में बदलाव, अंतरंगता संबंधी मुद्दे, बेहतर संवाद

·         दंपत्तियों के लिये विवाह पूर्व सलाह

·         मध्य वयीन दंपत्तियों में घर के खाली हो जाने के बाद ’एम्प्टी नेस्ट सिन्ड्रोम’

*वे परिवार जो अपने प्रियजन की मानसिक बीमारी को समझने में संघर्ष कर रही हैं, पारिवारिक उपचार अत्यंत महत्वपूर्ण व कारगर है क्योंकि वे यह जान पाते हैं कि उनके प्रियजन क्या अनुभव कर रहे हैं साथ ही वे अपने प्रियजनों के साथ सही प्रकार से संवाद करने, समानुभूति और समझ का व्यवहार कर पाते हैं।

"लेकिन मुझे पारिवारिक उपचार की आवश्यकता नही है! "

अनेक व्यक्ति पारिवारिक उपचारकर्ता से संपर्क करने में हिचकते हैं क्योंकि उन्हे अपने व्यक्तिगत परेशानियों के बारे में किसी अजनबी व्यक्ति से चर्चा करने में समस्या आती है।

इसके अलावा अनेक व्यक्ति होते हैं जो उपचारकर्ता से मिलने वाली मदद में भरोसा नही करते क्योंकि उनमें जागरुकता का अभाव होता है और मदद प्राप्त करने की आवश्यकता को वे नकारते हैम। इसी के साथ, अनेक परिवार हैं जो पारिवारिक उपचारकर्ता की मदद अपने परिवार में चल रहे तनाव को कम करने के लिये और आपसी संबंधों को सुधारने के लिये लेते हैं।

जानकारों का कहना है कि खुले दिमाग से और अपने ड़र के बारे में बात करने से यह उपचार अनेक काल्पनिकताओं को दूर करता है।

पारिवारिक उपचार की प्रक्रिया क्या है?

पारिवारिक उपचार पद्धति को यह समझने के लिये तैयार किया जाता है जिसमें प्रत्येक पारिवारिक सदस्य की मानसिकता को गहरे से समझा जा सके और उनमें समस्या की मूल जड़ का पता किया जा सके। इस प्रक्रिया में शामिल है:

I. आकलन: आकलन के दौरान, आपको उपचार प्रक्रिया की जानकारी मिलती है जिसमें उपचारकर्ता को आप कुछ इस प्रकार के प्रश्न पूछ सकते हैं:

·         यह सत्र कितना लम्बा होगा?

·         इस उपचार में कितना समय लगेगा?

·         उपचार के सत्र के दौरान किसे उपस्थित रहना आवश्यक है?

·         यह जानकारी कितनी गोपनीय रह सकती है?

·         उपचारकर्ता को कितना अनुभव है? क्या उपचारकर्ता ने इस प्रकार की समस्याओं पर इससे पहले काम किया है?

उपचारकर्ता व्यक्ति या समूह के साथ पहली बार मिलता है और पारिवारिक स्थिति का आकलन करता है। परिवार का आकलन विविध परिमाणों पर किया जाता है जैसे सीमाएं, क्रमबद्धता, निर्णय लेने की पारिवारिक स्थिति आदि। परिवार में सीमाओं का अर्थ है प्रतिबन्ध (या उनका न होना) जिन्हे परिवार के सदस्यों को अनुपालन करना होता है। इसमें माता पिता की ओर से सीमाएं होती हैं जो कि परिवार का एक तंत्र हो सकता है (यह उप तंत्र भी कहलाता है), बहन भाई के मध्य की सीमाएं या संयुक्त परिवार के अन्य सदस्य भी इनमें शामिल है। क्रमबद्धता अर्थात शक्ति संबंधी ढ़ांचा जो कि परिवार के मध्य संवाद और कार्य की दिशा तय करता है। सामान्य रुप से पितृसत्तात्मक परिवारों में, पिता इस क्रम में ऊपर पाए जाते हैं।

उपचारकर्ता आपसे बातचीत करते हैं, यह व्यक्तिगत रुप में हो सकती है या अन्य पारिवारिक सदस्यों के साथ हो सकती है, यह वर्तमान मुद्दों पर आधारित बातचीत हो सकती है जिसकी समस्या से सदस्य दो-चार हो रहे हैं और वे इस समस्या के पीचे के कारण संबंधी स्थितियों को समझने का प्रयास करेंगे। वे परिवार में मौजूद संवाद की स्थिति को समझने का भी प्रयत्न करेंगे, यह ऊपर से नीचे या इसके विपरीत हो सकता है, साथ ही यदि इसमें कोई समस्या हो, तब उसे सुलझाने का प्रयास भी करेंगे।

यदि आपको ऎसा लगता है कि परिवार के अन्य सदस्य उपचार को लेकर आगे नही आ रहे है< तब आप व्यक्तिगत रुप से भी इस उपचार का फायदा उठा सकते हैं।

यह भी पढ़िये: What is counseling? When can it help?

II. हस्तक्षेप स्थिति

आकलन की स्थिति में जो जानकारी एकत्र की जाती है, उसके आधार पर उपचारकर्ता द्वारा अपनी कार्यनीति बनाई जाती है और वे परिवार के लिये आवश्यक हस्तक्षेप की चर्चा करते हैं।

अनेक प्रकार के हस्तक्षेप होते हैं जिन्हे उपचारकर्ता द्वारा चुना जा सकता है, यह समस्या और मुद्दों पर आधारित होता है। संज्ञानात्मक व्यवहारगत उपचार का प्रयोग किया जाता है जब परिवार के सदस्यों के विचार किसी समस्या को लेकर बदलने की आवश्यकता होती है। यह बदलाव पारिवारिक सदस्यों को विविध समाधानों तक पहुंचाता है।

एक आदर्श परिवार संबंधी कल्पना

हम सामाजिक प्रानी है और यह स्वाभाविक है कि हम अपने जीवन की तुलना अपने पड़ोसियों, मित्रों या अन्य भाई बहनों के परिवारों से करें। यह भी स्वाभाविक ही है कि हम यह सोचे कि उनके पास तो सभी कुछ है जो उन्हे जीवन में चाहिये, और वे कितने खुश है। जानकारों द्वारा इस कल्पना को आदर्श परिवार कहा जाता है। एक आदर्श परिवार के बारे में यह विश्वास किया जाता है कि उसके सदस्यों के बीच संवाद को लेकर कोई समस्या नही है, वे आपस में एक दूसरे के मतों से कभी भेद नही रखते, हमेशा आनंदित और एक दूसरे के साथ खुश रहते हैं।

जानकारों का कहना है कि वे लोग जो परिवार उपचार करवाते हैं, उनका विचार व विश्वास होता है कि वे इस उपचार से अपने परिवार को भी आदर्श परिवार में बदल देंगे, लेकिन यह सत्य नही है। जब दो व्यक्ति अपने अपने विचारों और मतों के साथ एक साथ रहते हैं, तब मतभेद और संवाद में समस्या हो सकती है। पारिवारिक उपचार से परिवार को उनके मतभेदों और संवाद में समस्या जैसे मुद्दों व समस्याओं पर उत्पादक तरीके से समाधान प्राप्त करने में सहायता मिलती है।

पारिवारिक उपचार से मुझे क्या अपेक्षा करना चाहिये?

यह सोचना स्वाभाविक है कि पारिवारिक उपचार से परिवार के सदस्यों में मौजूद सभी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी, परंतु ऎसा नही होता। आप इससे क्या अपेक्षा कर सकते हैं:

·         एक व्यावसायिक उपचारकर्ता होता है जो आपकी समस्या को समानुभूति और बिना किसी पूर्वाग्रह के सुनता है।

·         इस बातचीत को अन्य सदस्यों से (यदि मौजूद हो) से गुप्त रखा जाता है

·         यह बातचीत ढ़ांचागत होती है और यह उत्पादक होती है, न कि किसी पर अभियोग लगाने के रुप में

·         प्रत्येक पारिवारिक सदस्य को समान मंच दिया जाता है जिससे वे अपने विचारों को सामने रख सके।

·         उपचारकर्ता द्वारा कभी किसी का पक्ष नही लिया जाता है और इसके स्थान पर वह इस प्रकार के समाधान को खोजता है जो सभी के लिये बेहतर हो।

इस उपचार की प्रभावोत्पादकता इस बात पर निर्भर करती है कि आपने इससे पहले क्या जानकारी प्रदान की है।

यह जानकारी डॉ. वीणा सत्यनारायण, क्लिनिकल सायकोलॉजिस्ट, एनआईएमएचए एनएस, से बातचीत पर आधारित है।

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