गर्भावस्था के दौरान परिवार की जिम्मेदारी
बच्चे की उम्मीद लिए माता पिता अगर एक संयुक्त परिवार में रहते हों तो माँ की भलाई का जिम्मा पूरे परिवार का होता है. भारत में महिलाएँ अक्सर अपनी गर्भावस्था का अधिक समय अपने ससुराल में बिताती हैं जो काफ़ी सहायक होता है, लेकिन कभी-कभी कुछ पारंपरिक प्रथाएँ और राय में मतभेद के कारण गर्भावस्था के दौरान या बच्चे के जन्म के बाद इससे महिला को कठिनाई हो सकती है.
इसलिए परिवार की जिम्मेदारी ये बनती है कि:
• महिला को पौष्टिक भोजन प्रदान करें
• उसके वातावरण को भावनात्मक रूप से स्वस्थ बनाएँ
• उसकी बद्मिजाज़ी व घबराहट को सहने का धीरज रखें
• बिना दखलअंदाज़ी के उसकी गर्भावस्था में प्रगति से अवगत रहें
• गर्भावस्था में समस्याएँ आएँ तो पूर्ण रूप से समर्थन करें और भरोसा दें
• खुद को और आसपास के लोगों को लिंग चयन के गुनाह पर शिक्षित करें और नई माँ पर दबाव न डालें.
• बड़े परिवार और नए परिवार के बीच सांस्कृतिक अंतर का सम्मान करें.