मानसिक बीमारी - अपनी देखभाल
सेल्फ केयर यानी अपनी देखभाल में दैनिक जीवन में व्यक्तिगत स्वच्छता और रिहाइश वाली जगह की साफ सफाई शामिल हैं। इसके अलावा शारीरिक और मानसिक स्थिति को बेहतर रखने के दूसरे उपायों का भी ख्याल रखना होता है।
उदाहरण के लिए, दैनिक जीवन का एक कार्य है व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान देना - जैसे धुले हुए कपड़े पहनना, अपने दांतों की सफाई करना, बाल धोना, अपने कमरे की सफाई करना और नहाना।
अपनी देखभाल में शारीरिक देखभाल के लिए पर्याप्त घंटों की नींद, नियमित व्यायाम, नियमित रूप से अपना चेकअप कराना और सही समय पर दिन में तीन बार संतुलित भोजन करना शामिल है।
मानसिक देखभाल के लिए जरूरी है कि जब आप किसी भावनात्मक मुश्किल में फंसे या फिर किसी चीज को लेकर अच्छा महसूस नहीं करें तो आपके पास एक मजबूत सहयोग प्रणाली होनी चाहिए। इसके अलावा मुश्किल स्थिति और भावनात्मक परेशानी में डालने वाली चीज़ों से उबरने के लिए थेरेपी तक पहुंच, डायरी लिखना, जिन लोगों को पसंद करते हों उनके साथ समय बिताना और खुद के लिए समय निकालना भी जरूरी होता है।
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य वर्णक्रम हिस्सा होते हैं। किसी भी व्यक्ति का स्वास्थ्य कई कारकों पर निर्भर करता है जिसमें जैविक, मनोवैज्ञानिक और बाहरी घटनाएं एवं परिस्थितियां शामिल हैं। इसके आधार पर व्यक्ति स्वस्थ से लेकर बीमार तक वर्णक्रम के किसी भी बिन्दु पर हो सकता है। उनकी कुशलता की स्थिति के आधार पर व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा या खराब हो सकता है।
नियमितता के साथ अपनी देखभाल के लिए समय निकालने से लचीलापन आता है जिसके चलते संकट के समय में मस्तिष्क और शरीर जरूरत के हिसाब से खुद को ढाल लेते है। इससे रोजमर्रा के जीवन की गुणवत्ता में काफी सुधार आता है।